
लम्बे इन्तजार के बाद आज राहुल गाँधी कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए है । राहुल गाँधी निर्विरोध अध्यक्ष बने है । पिछले 20 सालो से कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर सोनिया गाँधी काबिज़ थी । राहुल गाँधी ने कांग्रेस के 60 वे अध्यक्ष पद की शपथ लिया । गाँधी परिवार के छठे सदस्य है जो इस कुर्सी पर बैठेंगे । गाँधी परिवार से सबसे पहले मोतीलाल नेहरू कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, उनके बाद जवाहर लाल नेहरू और फिर इंदिरा गाँधी कांग्रेस अध्यक्ष बनी । इंदिरा गाँधी के बाद राजीव गाँधी कांग्रेस अध्यक्ष बने और उनकी एक चुनाव प्रचार में हत्या हो जाने के बाद सोनिआ गाँधी कुछ सालो तक राजनीती से दूर रही लेकिन 1997 में सोनिआ गाँधी कांग्रेस अध्यक्ष बनी ।
सोनिया गाँधी जब कांग्रेस अध्यक्ष बनी थी उस समय पार्टी पूरी तरह बिखरी हुयी थी । वो हिंदी भी नहीं बोल पाती थी तब, लेकिन उन्होंने घर और पार्टी दोनोंमें समन्वय बनाया और पार्टी को 2004 में दिल्ली के सत्ता तक पहुँचा दिया । सोनिया गाँधी के नेतृत्व में ही कांग्रेस ने 2008 के चुनाव को जीता और लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनायीं ।
आज राहुल गाँधी ने अपने पहले अध्यक्षीय भाषण में भाजपा पर जमकर हमला बोला । उन्होंने भाजपा को देश को बाटने वाली पार्टी बताया । भाजपा लोगो को आपस में बाटकर राज करना चाहती है, एक धर्म को दूसरे धर्म से, जातियों को आपस में बाटना चाहती है ।
भाजपा के नेता कांग्रेस मुक्त भारत करने की बात करते है, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे क्युकी वो लोग भी भारत के ही है और वो हमारे ही लोग है । कांग्रेस पार्टी ने देश को हमेशा जोड़ने का काम किया है आगे भी हम उसी रास्ते पर चलेंगे । हम लोगो से आपस में भाईचारा और सौहार्द्र से रहने की बात करते है लेकिन वो लोग लोगो को आपस में बाटकर सत्ता में रहना चाहते है । देश में चारो तरफ अराजकता का माहौल है, किसान आंदोलन कर रहे है, व्यापारियों को दिक्कत है, निवेश कम हो रहा है, बेरोजगारी बढ़ रही है । हम अब एक होकर आपस में अनुभवी और युवा नेता एक साथ काम करते हुए 2019 में फिरसे सत्ता में आएंगे ।
सोनिया गाँधी ने भी अपने भाषण में गाँधी परिवार के बलिदानो और राहुल गाँधी के भविस्य के बारे में बात की । हमारे परिवार के लोगो की हत्याएं हो गयी, हमारे परिवार के ऊपर निजी हमले हुए, राहुल गाँधी के ऊपर निजी हमले हुए लेकिन राहुल गाँधी ने कभी भी अपना आपा नहीं खोया मैं उनके सहनशीलता को दाज़ देते है । पिछले तीन सालो से पार्टी का ज्यादातर कामकाज राहुल गाँधी ही देख रहे थे ।
कांग्रेस के हज़ारो हज़ार कार्यकर्ताओ की हार्दिक इच्छा थी, पार्टी में लम्बे समय से राहुल गाँधी को अध्यक्ष बनाने की मांग उठ रही थी ।
अब राहुल गाँधी के सामने मोदी जैसे बड़े कद के नेता और अमित शाह जैसे संगठन मैनजेर है । राहुल गाँधी को नरेंद्र मोदी और अमित शाह का काट ढूँढना होगा ।
18 दिसंबर को गुजरात और हिमांचल चुनाव के नतीजे आने वाले है, जिसकी कमान राहुल गाँधी के ही हाथो में थी । गुजरात चुनाव में कांग्रेस ने नए ऊर्जा और कॉन्फिडेंस के साथ सकारात्मक चुनाव लड़ा है । गुजरात चुनाव के नतीजे राहुल गाँधी और नरेंद्र मोदी दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । इसी चुआव परिणामो से आने वाले राजनीती की दिशा तय होगी । तो इन्तजार कीजिये एक दिन और ……
I want the Congress party to become an instrument for dialogue between Indian people, from all corners of our great country, all religions, all ethnicities, all ages and gender and for our dialogue to be led by love and affection. pic.twitter.com/VhjFDz2qht
— Office of RG (@OfficeOfRG) December 16, 2017