
गुजरात
आज गुजरात और हिमांचल प्रदेश के चुनाव के नतीजे आ गये है । जनता ने अपना फैसला सुना दिया है । भाजपा दोनों प्रदेशो में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है । लेकिन चलिए हम बताते है दिग्गजों के शीटों पर क्या हुआ…
विजय रुपाणी vs इंद्रनील राजगुरु
राजकोट पश्चिम के हाई प्रोफाइल विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और इंद्रनील राजगुरु के बीच में कड़ी टक्कर थी । चुनाव प्रचार के समय जैसे बताया जा रहा था की इस सीट पर विजय रुपाणी के लिए जीत आसान नहीं है । उनके टक्कर में कांग्रेस ने सबसे धनी और हैवीवेट प्रत्याशी इंद्रनील राजगुरु को उतरा था । जबरदस्त टक्कर के बाद भी विजय रुपाणी 53755 वोटो से बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब रहे ।
अर्जुन मोढवाडिया vs बाबूभाई बोखिरिया
राहुल गाँधी के खासमखास और गुजरात में कांग्रेस के बड़े नेता अर्जुन मोढवाडिया और बाबूभाई बोखिरिया के बीच में कांटे की टक्कर थी । इससे पहले दोनों एक दूसरे के दो – दो बार मात दे चुके थे । गुजरात में अर्जुन मोढवाडिया कांग्रेस के तो बाबूभाई बोखिरिया बीजेपी के बड़े चेहरे है । लेकिन इस चुनाव में उनको भाजपा के बाबूभाई बोखिरिया से मात्र 1800 वोटो से हार का सामना करना पड़ा । बाबूभाई बोखिरिया को कुल 72430 मत और अर्जुन मोढवाडिया को 70575 मत प्राप्त हुए । बाबूभाई बोखिरिया अर्जुन मोढवाडिया को पटखनी देने में कामयाब रहे ।
अल्पेश ठाकोर vs लविंगजी ठाकोर
पाटीदार आंदोलन के विरोध में एक आंदोलन हुवा जिसका नेतृत्व अल्पेश ठाकोर कर रहे थे । उन्होंने गुजरात में ठाकोर सेना बनाके एक बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू किया । कहा जाता है की उनके ठाकोर सेना के साथ सात लाख लोग जुड़े हुए है । फिर उन्होंने कई पिछड़ी जातियों का एक मंच बनाया । गुजरात चुनाव से एक महीने पहले उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया । कांग्रेस से उन्होंने राधनपुर सीट से परचा भरा था और उनके सामने भाजपा ने लविंगजी ठाकोर को मैदान में उतारा था । लेकिन इस में चुनाव अल्पेश ठाकोर ने लगभग पंद्रह हज़ार वोटो से जीत हासिल कर लिया है ।
जिग्नेश मेवाणी vs विजयकुमार चक्रवर्ती
ऊना कांड के बाद दलितों के ऊपर हो रहे अत्याचार और शोषण के खिलाफ एक आंदोलन का नेतृत्व करके आगे आये जिग्नेश मेवाणी ने भी अपना चुनाव जीत लिया है । उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के विजयकुमार चक्रवर्ती को 20,000 मतों से हराया है ।
हिमांचल
वीरभद्र सिंह vs रतन सिंह पाल
हिमांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इस बार अर्की सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे थे । अपने खिलाफ लगे तमाम आरोपों के बावजूद उन्होंने अर्की विधानसभा को रतन सिंह पाल से लगभग छह हज़ार मतों से जीत लिया है । वीरभद्र सिंह को कुल 34499 और रतन सिंह पाल को 28448 मत मिले है ।
प्रेम कुमार धूमल vs राजिंदर राणा
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेमकुमार धूमल तो अपना खुद का चुनाव ही हार गये है । भाजपा ने उन्हें हिमांचल प्रदेश का मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया था । इस चुनाव में उनको अपने बिपक्षी राजिंदर राणा से 3500 मतों से हार का सामना करना पड़ा । इस चुनाव के सबसे बड़े उलटफेर ने भाजपा के सामने मुख्यमंत्री का नया उम्मीदवार कौन होगा इसपे माथापच्ची शुरू हो चुकी है ।
सतपाल सिंह सत्ती vs सतपाल सिंह रायज़ादा
ऊना विधानसभा के लोगो ने एक बड़ा उलटफेर करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यंत्री के एक दावेदार सतपाल सिंह सत्ती को हरा दिया । उनके खिलाफ कांग्रेस के सतपाल सिंह रायज़ादा मैदान में थे । सतपाल सिंह रायज़ादा ने सतपाल सिंह सत्ती को 3000 वोटो से परास्त किया ।